—Making certain that prime-quality raga knowledge will continue being open up to all, for gratis: free from commercial motive!— रत्नपादुकाप्रभाभिरामपादयुग्मकं नित्यमद्वितीयमिष्टदैवतं निरंजनम् । मृत्युदर्पनाशनं करालदंष्ट्रमोक्षणं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥६॥ श्री भैरव चालीसा भगवान भैरव को समर्पित एक भक्ति स्तोत्र है, जिन्हें भगवान शिव का उग्र रूप माना जाता है। भैरव चालीसा https://jaredyxvuq.blogpixi.com/30134247/the-fact-about-bhairav-that-no-one-is-suggesting